歌词
मैने लिखूं कविताये रोज़
ढूंढू कागज़ो में रब
कलाकार की जो कीमत
उसे सब्र से दे वक्त
मुझको जीने दो ना तन्हा
मुझ पे रहम ना करो
मेरे हाथ में नहीं है future
मुझको blame ना करो
मैं भले गाना लिखूं 1
पर बातें दिल तक चुभती है
जिसपे पैसा ही नहीं होता
क्या वो आर्टिस्ट ही नहीं है?
माँ को पता ही नहीं
लडका उसका लायक है या नहीं
वो चाहती पढ़ू लिखूं
कहती मुझसे गायक बनना नहीं
बस एक अकेला वो कमरा
आखिर में Peace देने लगा
मैने मेहनत करी
मुझको सपना सच लगने लगा
मुझे कभी कभी लगे पतंग
छोड़ दे तू म्यूजिक
पर ये खून बन चूका
मैं कैसे जीयूं इसके बिन
मैने लिखूं कविताएं रोज़
ढूंढू कागज़ो में रब
कलाकार की जो कीमत
उसे सब्र से दे वक्त
मुझको जीने दो ना तन्हा
मुझ पे रहम ना करो
मेरे हाथ में नहीं है Future
मुझको blame ना करो
अब मैं ऊपर दुनिया
इस दुनिया से
मैं आजादी कहीं
मैं टूटा तारा
मुझको चाहिए
ना प्रकाश अभी
मैं तो बस प्यार को
फैलाने में माशूक हूं
मैं तन्हा बेहतर
मुझको छोड़ो
मेरे हाल पे ही